खोपड़ी, माथा, साइनस के आसपास की कोशिकाओं, गर्दन एवं कंधे की माँसपेशियों या इनसे सम्बंधित धमनियों में दबाव, खींचाव ,सूजन, जलन आदि का प्रभाव होने पर सिर में दर्द का अनुभव होता है।
दर्द की शुरुआत किसी एक बिंदु से शुरू होकर पुरे सिर में फ़ैल जाती है। कभी-कभी सिर के किसी एक भाग में ही दर्द घंटों बनी रहती है। सिर में दर्द होने के अनेक कारण हो सकते हैं। आइये जाने सिर दर्द किन कारणों से होना संभव है ?
1) शारीरिक या मानसिक तनाव के कारण सर में दर्द होने लगता है। लम्बी यात्रा के बाद शरीर को आराम न मिलना, नींद न पूरी होना, कंप्यूटर पर लगातार काम करना आदि क्रियाओं से शरीर एवं मन दोनों थक जाते हैं। जिसकी वजह से सिर में दर्द होने लगता है। जो आराम करने के साथ ही ठीक भी हो जाता है।
2) ज्यादा मात्रा में शराब पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे भी सिर दर्द होने लगती है।
3) लो ब्लडप्रेशर होने की दशा में शरीर में रक्त का संचार धीमी गति से होने लगता है। इसके विपरीत हाई ब्लडप्रेशर होने पर धमनियों में रक्त संचार तेज हो जाती है। जिससे सिर में दर्द शुरू हो जाती है।
4) कब्ज की समस्या होने पर पेट में गैस, एसिडिटी होने के कारण सिर दर्द होने लगता है।
5) सिर के किसी भाग में ट्यूमर होने पर सिर में लगातार दर्द बना रहता है। इस स्थिति में चिड़चिड़ापन, नाक से पानी आना, आँखे कमजोर होना आदि इसके अतिरिक्त सिर में दर्द के दौरान झटके का अनुभव भी हो सकता है।
6) बुखार होने पर शरीर का तापमान बढ़ जाने के कारण सिर में दर्द होता है।
7) लगातार लम्बे समय तक बदन दर्द या सिर दर्द की दवा का सेवन करने से भी सिर दर्द बना रहता है। यदि लागातार लिए जाने वाली दवा को एकदम से बंद कर दिया जा, तब भी सिर दर्द का सामना करना पड़ता है।
8) नशीले पदार्थों के सेवन अचानक बंद करने से भी सिर दर्द की समस्या हो जाती है।
9) आँख की नसे कमजोर होने पर भी सिर दर्द होती है। इसके अतिरिक्त मोतियाबिंद की शिकायत होने पर भी सिर दर्द की समस्या हो जाती है।
10) सिर के किसी भाग में खून का थक्का जमने के कारण भी सिर दर्द की समस्या हो जाती है।
11) साइनस से संबधित समस्या होने पर साँस लेने में परेशानी होती है। इससे दोनों जबड़ों ,आँखों एवं माथे में तेज दर्द होती है।
12) तेज रोशिनी, शोर -गुल , भीड़ आदि माहौल में ज्यादा देर तक रहने से भी सिर दर्द शुरू हो जाता है। यदि सिर दर्द के साथ मितली, चक्कर का भी अनुभव हो तो माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
➡ मोटापे के कारण भी हो सकता है माइग्रेन
13) भोजन समय पर न लेने या पेचिश के कारण शरीर में पानी की कमी होने पर भी सिर दर्द होने लगती है।
14) गर्दन, कंधे की माँसपेशियों में तनाव होने पर भी सर दर्द होने लगता है।
15) स्पॉन्डिलाइटिस की समस्या होने पर भी सिर के पिछले हिस्से में दर्द बना रहता है।
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