पांच दिनों तक चलने वाला दिवाली का त्यौहार इस साल ५ नवम्बर, सोमवार को धनतेरस से शुरू होगा और शुक्रवार ९ नवम्बर को भैया दूज के साथ समाप्त हो जाएगा। बहन- भाई के प्यार का प्रतीक माने जाने वाले भाई-दूज के दिन बहन अपने भाई का तिलक कर उसकी आरती उतारती है। आइये जानते हैं, कब है इस साल भाई दूज का शुभ मुहूर्त।
भाई दूज शुभ मुहूर्त
कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है भाई दूज। इस साल भाई दूज का शुभ मुहूर्त दोपहर १.१० पर शुरू होगा और यह चलेगा दोपहर ३.२७ तक, यानि कि लगभग २ घंटे १५ मिनट।
भाई दूज की कथा
बहुत कम लोगों को भाई दूज से जुड़ी कथा मालूम है। यदि आप भी इस कहानी से अनभिज्ञ हैं, तो हम आपको सुनाते हैं भाई दूज से सम्बंधित कथा।
एक बार यमराज की बहन यमुना को अपने भाई से मिलने की तीव्र इच्छा हुई। यमराज को जब बहन की इच्छा का पता चला तो वो उनसे मिलने के लिए पहुँच गए। यमुना ने अपने भाई की खूब खातिर की जिससे खुश होकर यमराज ने वरदान दिया कि जो भाई-बहन यमुना नदी में एक साथ स्नान करेंगे उन्हें मोक्ष प्राप्त होगा।
भाई दूज का पर्व यमराज से जुड़े होने के कारण यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन यमराज की पूजा करने पर अकाल मृत्यु से रक्षा प्राप्त होती है। इसी लिए इस दिन कई लोग चौमुखा दिया जला कर घर की चौखट के बाहर रखते हैं। दिया जलाते वक़्त ध्यान रखें कि दिए का मुख दक्षिण दिशा की तरफ हो।
कैसे मनाएं भाई दूज?
भाई दूज वाले दिन बहन सबसे पहले चावल के आटे का चौक तैयार कर उस पर भाई को बिठाती है और उसके हाथों की पूजा करती है। इसके लिए भाई के हाथों पर चावल का घोल लगाकर उस पर पान, सुपारी, सिक्का, सिन्दूर आदि रखा जाता है। इसके बाद भाई की कलाई पर मौली बाँधकर, उसे तिलक लगाया जाता है और उसकी आरती उतारी जाती है। इसके बाद बहन अपने हाथों से बनाया खाना और मिठाई भाई को खिलाती है और इस तरह भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है।
➡ वर्ष 2019 के हिन्दू विवाह मुहूर्त की सम्पूर्ण सूची
https://dusbus.com/hi/%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%b7%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%a7%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%af%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%ae%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%af%e0%a4%be/
प्रातिक्रिया दे