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बच्चे की याददाश्त बढ़ाने के कुछ उपयोगी टिप्स

क्या आपका बच्चा सीखी हुई बातें बहुत जल्दी भूल जाता है? पढ़े हुए पाठ और याद किए हुए प्रश्नोत्तर लंबे समय तक याद नहीं रख पाता है । तो ऐसा उसकी कमज़ोर याददाश्त की वजह से होता है।

यदि आपके बच्चे की याददाश्त कमज़ोर है तो आप अपने बच्चे की याददाश्त बढ़ाने का प्रयत्न बचपन से ही करें। याद रखने की क्षमता अनेक तरीकों से बढ़ाई जा सकती है ।

अच्छी याददाश्त के दम पर आपके बच्चे के लिए कुछ नया सीखना बेहद आसान हो जाता है। अच्छी याददाश्त के बलबूते पर आपका बच्चा पढ़ाई और अन्य गतिविधियों में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकता है।

तो आइये जानते हैं बच्चों की याददाश्त बढ़ाने के कुछ अचूक टिप्स के विषय में।

अध्ययन को तनाव मुक्त बनाएं:

पढ़ाई में किसी भी प्रकार का तनाव आपके बच्चे की याददाश्त को नुकसान पहुंचाता है। छोटे बच्चे के पढ़ाई के अनुभव को तनाव मुक्त बनाने के लिए उसे पढ़ाई करने से पहले मनोरंजक गतिविधियों में व्यस्त करें। पढ़ने के लिए बैठाने से पहले उसे आधे घंटे तक खेलने दें जिससे वह रिलैक्स्ड होकर पढ़ सके।

बच्चे के साथ याददाश्त वाले खेल खेलें:

बच्चों को अपने परिवेश से जुड़ी चीजों को याद करने के भरपूर मौके दें। उदाहरण के तौर पर सड़क पर जाते वक्त उसे सभी बस स्टॉप्स के नाम बताएं। अगले दिन उससे उनके नाम पूछे। आप उसे गाड़ियों के नंबर प्लेट पर लिखी संख्याओं को जोड़ने, घटाने और गुणा करने के लिए कह सकती हैं। उसके साथ शतरंज खेल सकती हैं। पहेलियां भी याददाश्त बढ़ाने का सक्षम तरीका है।

यह सब उसके दिमाग को सक्रिय बनाएगा।

बच्चे द्वारा सुनी गई और पढ़ी गई कहानियों पर चर्चा करें:

बच्चे को 2 वर्ष की उम्र से रोचक कहानियां सुनाएं और फिर उससे कहानी से संबंधित प्रश्न पूछे। कहानी पर चर्चा करें जिससे वह सुनी गई कहानी को याद करने का प्रयास करें।

जब आपका बच्चा कहानियां पढ़ने लायक हो जाए तो भी उससे कहानी से संबंधित प्रश्न पूछें। इस के साथ उस पर चर्चा करें।

मन में कहानी या पाठ को चित्र रूप में देखने के लिए कहें:

जब आपका बच्चा कोई कहानी या पाठ पढ़ रहा हो उसके मध्य में उसे रोककर कहानी या पाठ की कल्पना चित्र के रूप में करते हुए उसे आपको उसका विवरण देने के लिए कहें।

बच्चे की पसंदीदा यादों के विषय में उससे बातचीत करें:

जब अभिभावक बच्चों को अपनी मनपसंद स्मृतियों को याद करने और उन्हें कल्पना में देखने के लिए कहते हैं उनकी याददाश्त को फायदा पहुंचता है। कभी उसने सरकस देखा हो तो उसे उसे देखने के अनुभव को याद कर उसे आपके सामने दोहराने के लिए कहें। अनुभवों को कहानी का रूप देने के लिए कहें। यह उसकी याददाश्त में इज़ाफा करेगा।

सिखाने के दौरान सभी इंद्रियों का उपयोग करें:

उदाहरण के लिए जब आप बच्चे को आम के बारे में पढ़ाना चाहती हैं तो मात्र उसे किताबी ज्ञान न दें। बच्चे के हाथ में आम दें एवं उसे उसको छूने, स्वाद लेने और उसकी गुठली के विषय में भी बताएं। इस प्रकार इन विभिन्न इंद्रियों द्वारा जानकारी ग्रहण करने से वे इतना इतनी सारी जानकारी बेहतर ढंग से याद रख पाएंगे।

अनुभवों को जोड़ें:

उदाहरण के लिए जब आप अपने बच्चे को यातायात के साधनों के विषय में पढ़ा रही हैं तो उसे पिछली बार की छुट्टियों में अपने द्वारा उपयोग किए गए यातायात के साधनों यथा गाड़ी, हवाई जहाज, बस आदि के विषय में बता सकती हैं। इस प्रकार वह उस पाठ को बेहतर ढंग से याद रख सकता है।

बच्चा शिक्षक की भूमिका में:

बच्चे को कोई पाठ पढ़ाएं।अब आप उसे उस पाठ को आप को पढ़ाने के लिए कहें। पढ़ाते समय उसे अपने स्वयं के उदाहरण देने के लिए कहें। आपको पढ़ाते वक्त जब वह अपने स्वयं के उदाहरण बनाएगा यह उसे पूरा पाठ बेहतर ढंग से याद करने में मदद करेगा।

याद करने वाली जानकारी को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटे:

छोटे हिस्सों में बंटी जानकारी याद रखना एक बड़े विवरण के रूप में याद करने की अपेक्षाकृत सरल कार्य है।

अतः एक बड़े उत्तर को छोटे-छोटे भागों में बांट कर उससे याद करवाएं।

सीखने वाली चीजों को विभिन्न तरीकों से जोड़कर याद करवाएं:

विभिन्न जानकारियों को किसी विभिन्न तरीके से जोड़ते हुए उसे याद रखने के लिए प्रेरित करें। जैसे गणित में बौडमास (BODMAS) शब्द याद कर वह ब्रैकेट, ऑफ, डिवीज़न, मल्टीप्लिकेशन, एडिशन और सब्सट्रैक्शन का क्रम याद रख सकता है। विब्ग्योर (VIBGYOR)शब्द याद रख इंद्रधनुष के रंगों जैसे वायलेट, इंडिगो, ब्लू, ग्रीन, येलो, ऑरेंज और रेड रंगों का क्रम याद रख सकता है। इस तरह से बच्चों की याद रखने की क्षमता में वृद्धि होती है।

याददाश्त एवं सीखने के लिए महत्वपूर्ण नींद:

एक शोध के अनुसार नींद याददाश्त एवं सीखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। बच्चे को कुछ नया सिखाने के बाद उसे सुला दें। नींद नई चीज को जल्दी सीखने और बेहतर याद रखने में सहायता करती है।

बच्चे से सवाल जवाब करते रहे:

अपने बच्चे से स्कूल व घर से संबंधित सवाल करते रहें। जैसे आज स्कूल में क्या हुआ? क्लास में टेस्ट में किसके सबसे ज्यादा नंबर आए? टिफिन किसके साथ खाया? यह सब उसेचीजों को याद रखने के लिए प्रेरित करेंगे।

उसे याददाश्त बढ़ाने में सहायक खाद्य पदार्थ दें:

सेब, बादाम, अखरोट, आंवले का मुरब्बा, गुलकंद से याददाश्त बढ़ती है। पांच बादाम और दो अखरोट की गिरी रात को भिगो दें और सुबह उसे खाने को दें। दिन में दो-तीन बार आधा या एक चम्मच गुलकंद खिलाए। रोज सुबह खाली पेट उसे एक सेब खाने को दें।

भरपूर नींद:

बच्चों को रोज 10 से 12 घंटों की नींद मिलना बेहद जरूरी है। सोने से उसका शरीर रिचार्ज होगा और महत्वपूर्ण बातें याद रखने में सहायता मिलेगी।

Renu Gupta

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