दूध
प्रोटीन, वसा, लैक्टोज़ एवं विभिन्न विटामिन्स और खनिज युक्त एक सफेद तरल खाद्य पदार्थ है जिसे सभी परिपक्व महिला स्तनधारियों के स्तन ग्रंथियों द्वारा पैदा किया जाता है जब वो शिशु को जन्म देती हैं और यह उन शिशुओं को पोषित करने का कार्य करता है। गायों, बकरियों एवं अन्य जानवरों के ढूध का प्रयोग मनुष्यों द्वारा खाने के रूप में किया जाता है। तो यह था ढूध का परिचय।
जब हम दूध के बारे में बात करते हैं, तो हम आम तौर पर गर्भावस्था के दौरान या उसके बाद स्तनधारियों के स्तन ग्रंथियों से निकलने वाले दूध का संदर्भ लेते हैं। माँ के ढूध में कोलोस्ट्रम होता है जिसके द्वारा माँ की एंटीबाडी शिशु तक पहुँचती है और उसे कई रोगों के जोखिम से बचाती है। इसके अलावा मनुष्यों में गाय के ढूध की सबसे ज्यादा खपत होती है।भैंस, बकरियां, लालामा, ऊंट, हिरण, भेड़ और पानी के भैंस जैसे अन्य जानवरों का दूध भी दुनिया भर के लोगों द्वारा उपयोग में लाया जाता है। चाहे यह प्रोटीन शेक हो या फिर एक गिलास गुनगुना ढूध या फिर काम वसा वाली दही, ढूध है और रहेगा उपलब्ध स्रोतों में एक स्वास्थ्यप्रद भोजन हमेशा। यह सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किये जाने वाले खाद्य स्रोतों में से एक है। ढूध के 6 अरब उपभोक्ता हैं और भारत ढूध का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता है।
दूध के स्वास्थ्य लाभ
अब ढूध के बारे में जानने के बाद अब हम इसके लाभ के बारे में बात करेंगे।
• स्वस्थ शरीर
ढूध मांसपेशियों और शरीर के अन्य भागों के लिये इस ग्रह पर मौजूद सबसे अच्छा स्रोत है। ढूध में 20% मट्ठा और 80% कैसिइन होता है और ये दोनों उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन हैं। मट्ठे को फास्ट प्रोटीन के तरह माना जाता है क्योंकि यह जल्दी से एमिनो एसिड में टूट कर खून में अवशोषित हो जाता है। ढूध के गुण उच्च रक्तचाप और स्ट्रोक का खतरा कम करते हैं। यह यकृत के कोलेस्ट्रॉल उत्पादन को कम कर देता है और यह एक एन्टी एसिड की तरह काम करता है।
• स्वस्थ हड्डियां एवं दाँत
यह बच्चों में हड्डियों की वृद्धि को बढ़ावा देता है, जबकि वयस्कों में भी हड्डी की ताकत को बनाए रखता है। कैल्शियम अवशोषित करने के लिए शरीर को विटामिन डी की आवश्यकता होती है।दूध मजबूत दांतों के लिए भी महान है, और इससे दाँत क्षय और छिद्रों को रोकने में मदद मिलती है।
• तनावरहित जीवन
दिन के अंत में, गुनगुने दूध का एक गिलास तनाव को कम करने और तंत्रिकाओं को आराम करने में मदद करता है। यह ऊर्जा को बढ़ा देता है और पीएमएस के लक्षणों को कम करता है।
• स्वस्थ दिमाग
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि जो लोग दूध पीते हैं उन्हें मेमोरी और मस्तिष्क फ़ंक्शन परीक्षणों में उच्च स्कोर मिलता है।
इंटरनेशनल डेयरी जर्नल के एक हालिया अध्ययन के मुताबिक रोजाना कम से कम एक ग्लास दूध लेने से केवल महत्वपूर्ण पोषक तत्वों का सेवन ही नहीं होता, बल्कि यह आपके मस्तिष्क और मानसिक प्रदर्शन को भी लाभ पहुँचाता है।
इसी तरह ढूध त्वचा के लिए,बालों के लिये, हाइड्रेशन के लिए,एनर्जी बूस्टर की तरह ढेरों काम करता है। इसलिए एक ग्लास ढूध प्रतिदिन पीजिये और स्वस्थ रहिये।
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