बदलती जीवनशैली के दुष्प्रभावों ने जिम और योग में लोगों की रुचि बढ़ाई है, लेकिन आज भी योग के फायदे आधुनिक जिम से ज्यादा हैं.
योग के फायदे
ऐसा माना जाता है कि पहला सुख निरोगी काया है और एक निरोगी काया के लिए स्वस्थ रहना अत्यंत आवश्यक है. परन्तु आमतौर पर देखा जाता है कि लोग समझ नहीं पाते कि उनके लिए क्या ज्यादा फायदेमंद है, जिम या योगा? इसी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए इस लेख में हम आपको योग के फायदे बताएँगे जो जिम में आपको नहीं मिल सकते-
फायदे: योग में ज्यादा, जिम में कम
• योग को प्राचीनकाल से ही बहुत फायदेमंद बताया गया है.इससे शरीर में स्फूर्ति, लचीलापन एवं निखार बना रहता है. साथ ही यह शरीर की फिटनेस को बनाए रखता है.
• योग से कई शारीरिक फायदे तो होते ही हैं साथ ही योग आत्मिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी स्फूर्तिदायक है. जबकि जिम के माध्यम से केवल शारीरिक विकास ही हो पाता है. जिम, योग की भांति मानसिक एवं आत्मिक रूप से फायदेमंद नहीं होता.
• जिम में किया जाने वाला वर्कआउट केवल हड्डियों व मांसपेशियों को मजबूत बनाता है एवं कार्डियो को ठीक रखता है. जबकि योग के द्वारा शरीर में घुमाव व खिंचाव होने से पाचन तंत्र, लसिका तंत्र, हृदय तंत्र, संचार तंत्र एवं श्वसन तंत्र भी कार्यशील बने रहतें हैं.
• योग से आत्म-विश्वास में भी वृद्धि होती है. इससे हम अपने अंदर मौजूद शक्तियों एवं कमजोरियों को पहचान पातें हैं, जबकि जिम क्लासेज में अधिकतर हम गलती होने पर घबरा जातें हैं इससे हमारा आत्म-विश्वास भी डगमगा जाता है.
• योग करते समय हमारा पूरा ध्यान हमारे शरीर के प्रत्येक मूवमेंट पर केंद्रित रहता है, क्योंकि सामान्यतया योग केंद्रों में शीशे नहीं लगे होते. जबकि अधिकतर सभी जिम में शीशे होने के कारण हम दूसरों के सामने गलती करने के डर से अपने शरीर पर समुचित ध्यान नहीं दे पाते.
• योग में मांसपेशियां खिंचने से मजबूत होतीं हैं एवं शरीर को रंगत प्रदान करतीं हैं. जबकि जिम में वजनदार चीजें उठाने से मांसपेशियां कमजोर हो जातीं हैं एवं इनके फूलने का डर भी रहता है.
• हालाँकि योग में भी शरीर को कष्ट होता है. परन्तु योग से शरीर के अंगों में खिंचाव के कारण स्फूर्ति बनी रहती है. जबकि जिम में भारी वजन उठाने से शरीर में शिथिलता आ जाती है. इससे चोट लगने का भी खतरा रहता है.
• योग में श्वसन क्रिया के माध्यम से शुद्ध हवा शरीर को मिलने से शरीर में दर्द नहीं होता एवं मांसपेशियों में लचीलापन बना रहने के साथ-साथ लुब्रिकेंट शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है. जबकि जिम की वजन उठाने वाली क्रियाओं से शरीर की क्षमता कम होती जाती है.
• योग से दिमाग तनावमुक्त एवं शांत बना रहता है क्योंकि यह एक शांत प्रक्रिया है. जबकि जिम में डंबल्स की आवाज, दांतों एवं मुँह की क्रियाओं से होने वाली ध्वनि एवं कराहने की आवाज के कारण दिमाग में तनाव और बढ़ सकता है.
हालांकि जिम एवं योगा दोनों ही शरीर के लिए फायदेमंद हैं लेकिन योग को आत्मा एवं मन दोनों की शांति का एक अच्छा स्त्रोत बताया गया है. जबकि जिम से केवल व्यक्ति को शारीरिक लाभ ही प्राप्त होते हैं. एक स्वस्थ शरीर के लिए व्यक्ति को शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ बना रहना आवश्यक है.
तो जिम के बजाय योग अपनाएं और स्वस्थ जीवन बिताएं
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