छाती में गैस जरुरत से ज्यादा हवा निगलने के कारण हो सकती है। यह हवा हमारे पेट से छाती की ओर पहुँचती है। तब हमें छाती में भारीपन एवं जलन अनुभव होने लगता है। इसके अतिरिक्त जब हम गैस के बुलबुले युक्त ड्रिंक पीते हैं या ज्यादा च्युइंगम चबाते हैं तो कार्बन डाइऑक्साइड की अधिक मात्रा हमारे शरीर के अन्दर जाती है।
जिसके कारण पाचन तंत्र में गैस के फँसने का डर रहता है। बहुत अधिक हवा निगलने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में गैस का निर्माण हो जाता है। जिससे छाती या पेट में गैस का दर्द हो सकता है। इसके अतिरिक्त छाती में गैस के अन्य कारण भी हो सकते हैं। आइये जाने इस लेख के माध्यम से छाती में गैस होने के कारण।
छाती में गेस होने के कारण:
● खाना ठीक से न पचने के कारण अपच की समस्या हो जाती है। जिसके कारण पेट में एसिड ज्यादा बनने लगती है। जिसके कारण छाती में जलन महसूस होती है।
● किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी होने पर अनजाने में उस खाद्य पदार्थ का सेवन करने पर ज्यादा गैस बनने की समस्या हो जाती है। जिससे छाती में जलन एवं दर्द की समस्या हो जाती है।
● संक्रमित भोजन के सेवन से फ़ूड पोइसोनिंग हो जाती है। जिसके फलस्वरूप छाती में गैस होने के कारण दर्द होने लगती है।
● आर्टिफीसियल स्वीटनर युक्त भोजन या ज्यादा अल्कोहल के सेवन से भी एसिडिटी की समस्या हो जाती है। जिससे छाती में जलन एवं दर्द होने लगती है।
● आंत से सम्बंधित रोग जैसे अल्सर या आंत में सुजन होने पर गैस का फार्मेशन ज्यादा होता है। जिसके कारण गैस छाती में पहुँच कर जलन एवं दर्द का कारण बन जाती है।
● डायबिटीज रोग होने पर भी गैस ज्यादा बनती है। जिसके कारण छाती में जलन की समस्या होती है।
● ज्यादा मिर्च मसाले एवं फ्राइड खाद्य पदार्थों के सेवन से भी गैस छाती में पहुँच कर दर्द एवं जलन पैदा करती है।
● भोजन में ज्यादा फाइबर की मात्रा होने पर गैस ज्यादा फॉर्मेट होती है। जिसके कारण छाती में दर्द होने लगती है।
● ज्यादा काम के बोझ के कारण स्ट्रेस होने पर गैस ज्यादा बनने लगती है। जिसके कारण छाती में गैस का असर हो जाता है।
● लम्बे समय से कब्ज की शिकायत होने पर भी गैस ज्यादा फॉर्मेट होती है। जिसके कारण छाती में गैस फँसने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
● पित्त की थैली में स्टोन होने पर ज्यादा गैस बनती है। जो छाती में पहुँच कर दर्द का कारण बनती है।
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