भारत में हर घर में तुलसी का पौधा ज़रूर पाया जाता है, कभी घर के आँगन में तो कभी किसी गमले में. इसके हर घर में होने का कारण कभी इसका धार्मिक महत्व होता है तो कभी इसका औसधिक महत्व. भारत में तुलसी को बहुत महत्व दिया गया है. तुलसी के महत्व को जानने से पहले तुलसी को जानना ज़रूरी है.
तुलसी एक छोटे से पौधे का नाम है. इसका पौधा बहुत घना होता है. इसकी ऊंचाई १ से ३ फुट तक होती है और इसकी पत्तियां १ से २ इंच तक लम्बी होती है. इसमें बहुत छोटे छोटे फूल लगते है. इसके पौधे पर फूल के साथ साथ छोटे छोटे बीज भी होते है. तुलसी का पौधा कई प्रकार का होता है. अलग अलग प्रकार के तुलसी के पौधों में अलग अलग रंग के पत्ते व फूल लगते है , कभी बैगनी तो कभी गुलाबी. धर्म दृष्टि से देखे तो तुलसी २ प्रकार की होती है – श्री तुलसी जिसकी पत्तियां हरी होती है और कृष्णा तुलसी जिसकी पत्तियां कुछ बैगनी रंग की होती है. धर्म दृष्टि से काली तुलसी को ही श्रेष्ट माना गया है लेकिन दोनों तुलसी के गुण एक समान होते है.
तुलसी को अच्छी तरह से जाने के बाद अब हम इसके महत्व को समझते है और जाने की कोशिश करते है के इसे घर में क्यों लगाना चाहिए. हिन्दू धर्म में तुलसी को पवित्र माना गया है. ऐसा माना जाता है तुलसी नेगेटिव एनर्जी को दूर रखती है और जिस घर में तुलसी की अर्चना होती है उस घर में भगवन श्री विष्णु का वास होता है और उनकी कृपा दृष्टि बानी रहती है. साथ ही साथ कहते है के जिस घर में तुलसी के समीप घी का दिया जलाया जाता है, उस घर में माँ लक्ष्मी हमेशा वास करती है. भारत की संस्कृति के ग्रंथो में भी तुलसी के महत्व का वर्णन किया गया है. तुलसी के कई सारे औषधिक गुण भी है. सर्दी, खांसी, या बुखार होने के समय इसके पत्तों का काढ़ा बना का पिलाने से राहत मिलती है. साथ ही ये जमे हुए कफ को भी हटाने में मदद करती है. तुलसी की चाय भी बनाई जाती है. तुलसी स्वास सम्बन्धी परेशानियाँ और दाँत की परेशानियाँ को भी दूर करने में मदद करती है. तुलसी की विशेष प्रकार की खुसबू होती है. इसकी खुशबू के कारण इसे कई सारी सब्जियों और चटनी में भी इस्तेमाल किया जाता है.
वास्तु के हिसाब से भी तुलसी को सही दिशा me लगाने से यह नेगेटिव एनर्जी को घर से दूर रखती है. साथ ही तुलसी की खुशबू हवा में मिलकर वातावरण को शुद्ध करती है और एक शांतिपूर्ण माहौल बनाती है.
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