गिलोय के फायदे तो पिछले एक-दो महीने में पूरा भारत जान गया है। गिलोय सेवन करने का एक तरीका है इसका काढ़ा बनाना। गिलोय का काढ़ा बनाना बहुत ही आसान है। आइए जानते हैं कि कैसे इसका काढ़ा आप घर में बना सकते हैं।
गिलोय की चार इंच मोटी डंडी लें। इसे एक-एक इंच के छोटे टुकड़ों में काट लें।
इन टुकड़ों को छोटे इमाम दस्ते में अच्छी तरह से कूट लें।
एक लीटर पानी लें। नाप के लिए फ्रिज की बोतल लें। इस पानी को एक बड़े भगोने में उबालने रखें।
उबलते हुए पानी में कुटी हुई गिलोय डालें।इसी में चार-पांच साबुत काली मिर्च और छह-सात लौंग कूट कर डालें।
इसी के साथ चुटकी भर दालचीनी पाउडर और चुटकी भर हल्दी भी डाल दें।
तुलसी की 12 पत्तियां भी कूट कर डाल दें।
एक छोटी इलायची कूट कर छिलके सहित डाल दें।
अगर आपके पास सौंठ पाउडर है तो दो चुटकी डाल दें। वरना आप एक इंच अदरक कूट कर भी डाल सकते हैं।
इस मिश्रण को धीमी आंच पर तब तक उबालें, जब तक पानी पौन लीटर न रह जाए। इसमें 15 से 20 मिनिट का वक्त लगेगा।
इसके बाद हल्का सा ठंडा होने पर इसे छान कर एक थर्मोस्टील के फ्लास्क में भर लें और सुबह-शाम परिवार के सभी लोगों को एक-एक गिलास काढ़ा पीने को दें। अगर आप इसे खाली पेट ले सकते हैं तो लें।
ध्यान रखें:
- काढ़ा आपको हल्का गर्म ही पीना है।
- नीम गिलोय (नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय )का काढ़ा कड़वा होता है। इसलिए आप सामान्य गिलोय लें। इससे बने काढ़े को आप आसानी से पी पाएंगे।
गिलोय के काढ़े को स्वादिष्ट बनाने की रेसिपी!
- स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा काला नमक और थोड़ा नींबू का रस डाल दें। इससे इसका स्वाद इतना अच्छा हो जाता है कि बच्चे भी आसानी से पी जाते हैं।
- दालचीनी और सौंठ को मिक्सी में पीस कर पाउडर बनाकर रखने से काढ़ा बनाने में आसानी रहती है। आप चाहें तो इन्हें ताजा कूट कर भी डाल सकते हैं।
- काली मिर्च और लौंग हमेशा ताजी कुटी हुई ही डालें।
अब गिलोय का काढ़ा बन चुका है स्वादिष्ट। अब आप इसे गिलोय का शर्बत भी कह सकते हैं!
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