दुनिया में तरह-तरह के लोग रहते है। सबकी अपनी एक अलग सोच होती हैं। कोई साफ-सफाई पसंद करते है कोई साफ-सफाई को इतना तवज्जो नहीं देते हैं।
अब जब मैंने साफ-सफाई की बात छेड़ दी हो तो आपको बता देता हूँ कि इसमें भी बहुत सी श्रेणी होती हैं। सबको अपने तरीके से साफ-सफाई करना अच्छा लगता हैं। फर्श को साफ करने के लिए भी सबके अलग-अलग मत होते है।
अब मैं यहाँ केरोसिन से फर्श साफ करने से मच्छर या कीड़े-मकोड़े आते है या नहीं? वो बताने जा रहा हूँ।
शोध के अनुसार पता चला है कि केरोसिन की गंध कीड़े-मकोड़े सहन नहीं कर पाते है, इसलिए इसका फर्श पर पौंछा मारने से ये वापस नहीं आते हैं। केरोसिन की तीव्र गंध होती हैं, जिससे कीड़े-मकोड़े उसे सूंघने के बाद मूर्छित हो जाते है। जिससे वो एकबारगी नहीं आते है। लेकिन केरोसिन की गंध इतनी ज्यादा तीव्र होती है कि इंसान भी सहन नहीं कर सकते हैं। इसलिए इसका पौंछा सप्ताह में एक बार ही करना चाहिए।
कहते है सभी के फायदे और नुकसान होते है, क्योंकि कोई चीज एक समय तक ही अपना महत्व रखती हैं।
जैसा कि मैंने ऊपर बताया हैं कि केरोसिन से पौंछा मारने से फायदा भी है और नुकसान भी हैं। अब वो लोगों कि सोच पर निर्भर करता हैं कि इसे उपयोग में ले या नहीं।
केरोसिन से फर्श साफ नहीं करना चाहता है तो आप दूसरे उत्पाद भी उपयोग करके कीड़े-मकोड़े से छुटकारा पा सकते हैं।
ज़्यादातर घरों में फ़िनाइल का उपयोग फर्श पर पौंछा करने के लिए किया जाता हैं। फ़िनाइल भी केरोसिन के बराबर काम करती है, लेकिन केरोसिन कि तरह इसकी गंध इतनी तीव्र नहीं होती हैं। फ़िनाइल को आप हमेशा उपयोग में ले सकते हैं।
अगर घर में कोई इन दोनों की गंध सहन नहीं कर पाता हैं तो गृहिणियों के लिए कंपनियाँ तरह-तरह के सुगंधित लिक्विड बाजार में उतारे हुये हैं। वो भी लगाने से फर्श पर चमकाहट और कीड़े-मकोड़े से निजात पायी जा सकती है।
अगर आप बाजार से कोई लिक्विड नहीं खरीदना चाहते हैं तो रसोई में काम आने वाली चीज भी आपके लिए बहुत ही ज्यादा काम आ सकती हैं। जैसे दालचीनी को कोने में रखने पर उसकी खुशबू से कॉकरोच घर के किसी भी कोने में नहीं भटकेंगे, नींबू के छिलको की खुशबू से चींटियाँ कभी उस जगह वापस नहीं आती है।
उम्मीद करता हूँ की आप सब को ये लेख पसंद आया होगा। आप सभी के सुझाव और टिप्पणियों की प्रतीक्षा रहेगी। इसी के साथ मैं अपनी कलम को विश्राम देता हूँ।
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