आमतौर पर देखा जाता है कि प्रत्येक महिला अपनी संतान को खूब स्नेह और प्रेम करती है, परन्तु उसी संतान की पत्नी अर्थात अपनी बहु को उतना प्यार नहीं देती| जरूरी नहीं है कि यदि आप एक अच्छी माँ है तो अच्छी सास भी होंगी| एक आदर्श सास बनने का सबसे बड़ा गुण है कि आप अपनी बहु को बहु की नज़र से नहीं देखकर बेटी की नज़र से देखें| इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताते है कि एक आदर्श सास बनने के लिए आपमें किन गुणों का विध्यमान होना जरुरी है|
एक आदर्श सास के गुण
• शादी के बाद लड़की अपने घर को छोड़कर आपके घर में आती है| ऐसे में आपको बहु को नए माहौल में ढलने और वहाँ के लोगों की पसंद-नापसंद को समझने का पर्याप्त समय देना चाहिए| आपको एक माँ की तरह बहु की तकलीफों या दुखों को सुनना चाहिए और उसे समझना चाहिए| यदि वह आपके घर के काम को नहीं कर पा रही है तो उसे सिखाने का प्रयास करना चाहिए|
• सास को बात-बात पर बहु के घरवालों के लिए भला-बुरा कहने के स्थान पर स्वयं एक माँ की तरह उसेसमझाना चाहिए क्योंकि वह भी आपकी बेटी की तरह ही है| सास-बहु के रिश्ते में कभी दरार न आ पाए इसके लिए आपको समझदारी से रिश्तों को बांधे रखना जरुरी है|
• यदि आपके बेटे-बहु में किसी बात पर बहस हो तो ऐसे में आप अपने बेटे के स्थान पर बहु का साथ देने की कोशिश करें, यदि वह सही है तो| इससे उनके मध्य प्रेम बना रहेगा और बहु के मन में आपके लिए सम्मान बढ़ जाएगा| अपने बेटे को अपनी ओर करने या बहु के लिए उसके मन में बुराई पैदा करने से आप अपने बेटे और बहु दोनों की नज़रों में बुरी बनकर रह जाएँगी|
• ध्यान रहे सास-बहु का व्यवहार पूरे घरको प्रभावित करता है| जरुरी नहीं है कि आपकी बहु हर समय पूरी तरह से सही हो| परन्तु यदि आप उसे विनम्रता से समझाएँगे या उससे कभी ऊँचे स्वर में नहीं बोलेंगे तो वह भी आपको जरूर समझेगी|
• सास को कभी अपनी बहु की बुराइयाँ या कमियाँ बाहर वालों के सामने प्रकट नहीं करनी चाहिए| इससे आपकी बहु आपके खिलाफ हो जाएगी| इसके स्थान पर आप उसकी कमियाँ एक माँ भाँति उसे भी बता सकती है और इस अंदाज़ से कहें कि उसे बुरा भी न लगे और वह आपकी बात समझ भी जाए|
• यदि सास बहु में झगड़ा हो तो बहु पर इल्ज़ाम नहीं लगाएँ क्योंकि प्रत्येक झगड़े में गलती दोनों पक्षों की होती है| इसके साथ ही उससे आगे से बात करें क्योंकि आपका यह व्यवहार देखकर वह भी आपसे बोलेगी और उसके मन में आपके प्रति कोई बैर नहीं रहेगा|
• अपनी बहु की कभी किसी और से तुलना करके उसे नीचा ना दिखाएँ और ना ही उसके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार करें| आपके ऐसे व्यवहार से वह आपको अपनी दुश्मन समझने लगेगी| यदि आप अच्छी सास है तो उसके साथ प्रेम और सम्मान से रहिए|
अतः यदि आप एक आदर्श माँ है तो एक आदर्श सास भी बनिए, यह आपके घर में शांति और खुशहाली बनाए रखेगा| अपनी बहु के साथ सख्तीपूर्ण व्यवहार नहीं करें बल्कि उसे माँ की तरह प्यार और सम्मान दें|
Meri saas mein inme se ek bhi quality ni h balki wo to koso dur h in sab baaton se…
Meri SaaS bilkul aisi hi hai bahut care krti h ..l love my mother in law..